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फर्जी IPS बनकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को किया ब्लैकमेल:EOW की जांच में फंसाने की धमकी देकर मांगे रुपए, जांच में पकड़ाया

  • मध्यप्रदेश

सागर में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को फर्जी आईपीएस बनकर ब्लैकमेल करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आईओडब्ल्यू के कार्रवाई के लिए दिए गए प्रतिवेदन पर जांच करते हुए गोपालगंज थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

दरअसल, खुद को आईपीएस बताकर ठग सागर के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को ईओडब्ल्यू की जांच में फंसाने की धमकी देकर 5 लाख रुपए की मांग कर रहा था। कर्मचारी 9 माह से परेशान था। धमकियों से डरकर कर्मचारी ने ईओडब्ल्यू सागर कार्यालय में शिकायत की। मामला भोपाल तक पहुंचा और जांच कराई गई। जांच में पता चला कि खुद को आईपीएस बताने वाला युवक फर्जी है। वह कई लोगों को जाल में फंसाकर रुपए ऐंठ चुका है।

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अरुण कुमार ने बताया कि उसे आरोपी अंशुल कौतू का पहला फोन नवंबर 2023 में आया था। उसने खुद को आइपीएस अधिकारी बताते हुए कहा कि उसे मप्र कैडर मिला है और वह आइबी में पदस्थ है। जहां वह प्रदेश ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त के केस की ऑडिट करता है। वह इतनी निडरता से बात करता था कि कोई भी डर जाए।

अरुण कुमार ने बताया- अंशुल ने वॉट्सऐप पर मुझे नोटिस भेजे और बोला कि अपनी संपत्ति घोषित करो। केस में फंसाने की धमकी देकर पांच लाख रुपयों की मांग कर रहा था। परेशान होकर मैंने मामले की शिकायत सागर आईओडब्ल्यू से की।

इसके बाद प्लानिंग के साथ रुपए लेने के बहाने सागर बुलाया। वह भोपाल से सागर में तहसील स्थित मेरे ऑफिस आया, जहां उसे आइओडब्ल्यू की टीम ने पकड़ लिया। आरोपी जिस कार से आया था उस के शीशे पर पीछे गृह मंत्रालय लिखा था और आगे असिस्टेंट डायरेक्टर की प्लेट लगी हुई थी।

अलग-अलग नंबरों से फोन लगाता था आरोपी

अरुण कुमार ने बताया कि आरोपी अंशुल कौतू बेहद शातिर है। वह खुद फोन लगाकर धमका था। साथ ही अलग-अलग नंबरों से कभी ईओडब्ल्यू की आईटी सेल का निरीक्षक तो कभी एसआई बनकर धमकियां दे रहा था। वह लोगों को केस में फंसवाने की धमकी देकर रुपयों के लिए ब्लैकमेल करता था।

लेकिन, ईओडब्ल्यू ने मामले की जांच की तो पता चला कि अंशुल ही अलग-अलग नाम से फोन करता था। इसमें वह अपनी पत्नी के मोबाइल नंबर का भी उपयोग करता था। जांच में खुलासा होने के बाद ईओडब्ल्यू ने अग्रिम कार्रवाई के लिए एसपी सागर को प्रतिवेदन दिया। प्रतिवेदन के आधार पर गोपालगंज थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
 

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