भोपाल, 18 अप्रैल 2025 — मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे हाई-सिक्योरिटी और वीवीआईपी इलाके में बने एक सरकारी आवास के आंगन में मजार का निर्माण अब विवाद का कारण बन गया है। हिंदू संगठनों ने इसे ‘लैंड जिहाद’ करार दिया है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
कहां और कैसे हुआ मामला?
भोपाल के 1250 क्वार्टर क्षेत्र, जहां राज्य के मंत्रियों, वरिष्ठ IAS अधिकारियों, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य वीवीआईपी का निवास है, वहीं एक सरकारी क्वार्टर के प्रांगण में मजार बनाई गई।
इस इलाके की सुरक्षा और प्रशासनिक संवेदनशीलता को देखते हुए यह मामला तुरंत सियासी और धार्मिक बहस में बदल गया।
किसने उठाया मुद्दा?
- हिंदू संगठनों और स्थानीय नेताओं ने मजार निर्माण को “लैंड जिहाद” बताते हुए इसे धार्मिक अतिक्रमण करार दिया।
- बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी मामले में दखल देते हुए इसे गंभीर सुरक्षा और प्रशासनिक चूक बताया।
प्रशासन की क्या है प्रतिक्रिया?
भोपाल जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
प्रशासन का बयान: “अगर यह मजार बिना अनुमति के बनाई गई है, तो इसे हटाने और संबंधित लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
इस बीच यह भी सवाल उठ रहे हैं कि इतने सेंसिटिव इलाके में यह निर्माण कैसे हुआ, और क्या किसी अफसर की मिलीभगत इसमें शामिल थी।
क्या है ‘लैंड जिहाद’ का मतलब?
‘लैंड जिहाद’ एक राजनीतिक और धार्मिक रूप से संवेदनशील शब्द है, जिसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब किसी धर्म विशेष पर भूमि कब्जा करने या धार्मिक स्थल बनाकर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया जाता है।