भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के जेवर में ₹3,706 करोड़ की लागत से एक नई सेमीकंडक्टर यूनिट को मंज़ूरी दी है। यह यूनिट HCL Technologies और ताइवानी टेक जायंट Foxconn की संयुक्त साझेदारी में स्थापित की जाएगी।
🇮🇳 भारत का छठा सेमीकंडक्टर प्लांट
यह यूनिट भारत का छठा सेमीकंडक्टर निर्माण केंद्र होगा, जिसे “India Semiconductor Mission” के तहत मंजूरी दी गई है। इसका उद्देश्य देश को सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है।
HCL क्या बनेगा इस प्लांट में?
जेवर की यह फैक्ट्री खासतौर पर Display Driver Chips बनाएगी, जिनका उपयोग मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल और अन्य स्मार्ट डिवाइसेज़ में होता है।
- मासिक उत्पादन क्षमता: 20,000 वेफर प्रोसेसिंग
- अनुमानित उत्पादन: 3.6 करोड़ चिप्स हर महीने
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ज़रूरतों की पूर्ति
इस यूनिट से न केवल भारत की घरेलू ज़रूरतें पूरी होंगी, बल्कि यह Foxconn की वैश्विक सप्लाई चेन का हिस्सा भी बनेगी। इससे भारत को इलेक्ट्रॉनिक चिप्स के आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
सरकार का बयान
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि,
“यह यूनिट भारत को सेमीकंडक्टर सेक्टर में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी। भविष्य में देश में ही Display Panels का निर्माण भी संभव होगा।”
रोजगार और विकास को मिलेगा बढ़ावा
- इस प्रोजेक्ट से हज़ारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
- जेवर और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
- यह यूपी को इलेक्ट्रॉनिक्स हब के रूप में उभरने में मदद करेगा।
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