मध्यप्रदेश बोर्ड (MPBSE) ने मंगलवार को 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया। इस बार भी इंदौर की बेटियों ने बाज़ी मार ली।
आर्ट्स ग्रुप में वैदेही मंडलोई ने प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया है, जबकि किंजल किंगरानी को छठा स्थान और कॉमर्स ग्रुप में गौरीषी यादव को दसवां स्थान मिला है।
✨ वैदेही मंडलोई – IAS बनने का सपना लिए 486 अंक
- स्कूल: शासकीय बाल विनय मंदिर, इंदौर
- अंक: 500 में से 486
- लक्ष्य: UPSC क्लियर कर बनना है IAS
- वैदेही ने कहा, “पूरे साल सोशल मीडिया से दूर रहकर सिर्फ पढ़ाई की। रोज़ाना 5-6 घंटे सेल्फ स्टडी की।”
- पिता मिश्र लाल मंडलोई पहले होटल में काम करते थे, अब स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता।
📚 किंजल किंगरानी – सेल्फ स्टडी से मेरिट में
- स्कूल: केबी पटेल गुजराती कन्या उमावि, गांधी हॉल
- ग्रुप: कॉमर्स (मैथ्स के साथ)
- रैंक: छठा स्थान
- लक्ष्य: सीए बनना
- किंजल बोलीं, “कोचिंग में कभी गैप नहीं लिया, रोज़ स्कूल गई, और रोज़ 3-4 घंटे सेल्फ स्टडी की।”
👩💼 गौरीषी यादव – कॉरपोरेट की राह पर
- स्कूल: इंदौर
- ग्रुप: कॉमर्स
- रैंक: 10वां स्थान
- गौरीषी बोलीं, “एमबीए कर कॉरपोरेट सेक्टर में जाना चाहती हूं। खुद को उसके लिए परफेक्ट मानती हूं।”
👨🔬 अन्य टॉपर्स भी रहे शानदार
- साहिल रात्रे, जेबीएम स्कूल, नंदा नगर – 10वां स्थान
- दुष्यंत मावर, गौतमपुरा – जीव विज्ञान संकाय में 500 में 480 अंक, प्रदेश में प्रावीण्य सूची में चौथा स्थान
💪 दिव्यांग श्रेणी में भी इंदौर की बेटी का जलवा
- दिवी खरे, लोटस पब्लिक स्कूल, जामनिया खुर्द – 400 में से 348 अंक
- प्रदेश में दूसरा स्थान, दिव्यांग श्रेणी
🏆 प्रदेश टॉपर: सतना की प्रियल द्विवेदी
- ग्रुप: जीव विज्ञान
- अंक: 500 में से 492
- स्कूल: सतना
✅ 12वीं का कुल परिणाम 74.48%, बेटियों का जलवा कायम
- इस बार 16,60,252 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिसमें 12वीं के छात्र 7,06,000 रहे।
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समत्व भवन से रिजल्ट जारी करते हुए कहा, “बेटियों ने एक बार फिर प्रदेश का नाम रोशन किया है।”
- नई शिक्षा नीति के तहत फेल होने वाले छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलेगा।

🔍 ऐसे देखें रिजल्ट ( https://deshharpal.com/ )
छात्र अपना परिणाम निम्न पोर्टल्स पर देख सकते हैं:
- https://mpbse.mponline.gov.in
- Digi Locker App
- MPBSE Mobile App
- MP Mobile App
👉 “Know Your Result” ऑप्शन पर जाकर रोल नंबर और एप्लिकेशन नंबर डालें।
देश हरपल अपील करता है कि छात्र केवल आधिकारिक पोर्टल्स का ही उपयोग करें और किसी भी अफवाह या अनाधिकारिक वेबसाइट पर भरोसा न करें।