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भोपाल , 29 मार्च 2025: चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है और यह 7 अप्रैल तक चलेगी। यह 9 दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना का पर्व है। हर दिन माता के अलग-अलग स्वरूप की पूजा की जाती है और इस दिन विशेष रंग के वस्त्र पहनने का महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इन रंगों को धारण करने से देवी मां की कृपा प्राप्त होती है और हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं इस बार के नवरात्रि में हर दिन के लिए शुभ रंग कौन-सा है।
चैत्र नवरात्रि 2025 के 9 दिनों के शुभ रंग और महत्व
1️⃣ 30 मार्च (प्रतिपदा) – पीला रंग
- मां शैलपुत्री की पूजा का दिन। पीला रंग शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
2️⃣ 31 मार्च (द्वितीया) – हरा रंग
- मां ब्रह्मचारिणी की आराधना का दिन। हरा रंग उन्नति और समृद्धि को दर्शाता है।
3️⃣ 1 अप्रैल (तृतीया) – ग्रे रंग
- मां चंद्रघंटा की उपासना की जाती है। ग्रे रंग विनम्रता और धैर्य का प्रतीक माना जाता है।
4️⃣ 2 अप्रैल (चतुर्थी) – नारंगी रंग
- मां कूष्मांडा का पूजन होता है। नारंगी रंग ऊर्जा और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला होता है।
5️⃣ 3 अप्रैल (पंचमी) – सफेद रंग
- मां स्कंदमाता की पूजा का दिन। सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है।
6️⃣ 4 अप्रैल (षष्ठी) – लाल रंग
- मां कात्यायनी की पूजा का दिन। लाल रंग शक्ति, साहस और आत्मविश्वास को दर्शाता है।
7️⃣ 5 अप्रैल (सप्तमी) – नीला रंग
- मां कालरात्रि का पूजन होता है। नीला रंग दृढ़ता और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है।
8️⃣ 6 अप्रैल (अष्टमी) – गुलाबी रंग
- मां महागौरी की पूजा का दिन। गुलाबी रंग प्रेम, करुणा और सौभाग्य का प्रतीक है।
9️⃣ 7 अप्रैल (नवमी) – बैंगनी रंग
- मां सिद्धिदात्री की आराधना का दिन। बैंगनी रंग भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाने वाला माना जाता है।
क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य?
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन शुभ रंगों के वस्त्र धारण करने से न केवल देवी मां की कृपा प्राप्त होती है बल्कि यह मन, शरीर और आत्मा को भी सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। इस दौरान व्रत, पूजा-पाठ और दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
नवरात्रि में विशेष पूजा और उपाय
- घटस्थापना के साथ नवरात्रि की शुरुआत करें।
- मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करें।
- घर में अखंड ज्योत जलाएं और देवी के भजन-कीर्तन करें।
- कन्या पूजन करें और गरीबों को भोजन कराएं।
- नवरात्रि के हर दिन मां के स्वरूप के अनुसार भोग चढ़ाएं।
निष्कर्ष
चैत्र नवरात्रि सिर्फ पूजा-पाठ का पर्व नहीं, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा, आत्मबल और नए संकल्पों का भी समय है। इन नौ दिनों में यदि भक्त श्रद्धा और भक्ति के साथ देवी दुर्गा की आराधना करते हैं और हर दिन के शुभ रंगों को धारण करते हैं, तो माता रानी की कृपा से जीवन में खुशहाली और सफलता प्राप्त होती है।
(देश-हरपाल के लिए विशेष रिपोर्ट)