भोपाल में कॉलेज छात्राओं के साथ हुए रेप, ब्लैकमेलिंग और कथित लव जिहाद के गंभीर मामले की जांच तेज हो गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम सोमवार को रायसेन रोड स्थित टीआईटी कॉलेज पहुंची, जहां उन्होंने कॉलेज प्रशासन, संबंधित अधिकारियों और पीड़िताओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों से लंबी पूछताछ की।
टीम ने कॉलेज परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की भी बारीकी से जांच की। यह जानने की कोशिश की गई कि क्या पीड़ित छात्राओं ने घटना से पहले कॉलेज प्रबंधन या किसी अन्य अधिकारी को कोई शिकायत दी थी।
मौके पर विशेष जांच टीम (SIT) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे, जो इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर के आधार पर जांच कर रहे हैं। महिला आयोग की टीम ने कॉलेज स्टाफ और संबंधित विभाग प्रमुखों से अलग-अलग बातचीत कर आवश्यक जानकारी जुटाई।
होटल रेडिसन में महिला आयोग और पुलिस के बीच विशेष बैठक
सूत्रों के अनुसार, सोमवार को होटल रेडिसन में महिला आयोग की टीम और भोपाल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक अहम बैठक हुई, जिसमें केस की वर्तमान स्थिति और आगे की कार्रवाई पर चर्चा हुई। इससे पहले शनिवार को टीम बाग सेवनिया थाने भी पहुंची थी, जहां केस की शुरुआती रिपोर्ट दर्ज हुई थी। रविवार को टीम ने पुलिस अधिकारियों से केस की स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी थी।

पीड़िताओं को न्याय और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने स्पष्ट किया है कि वह केवल जांच की निगरानी नहीं कर रही, बल्कि सभी पक्षों को आवश्यक सुझाव भी दे रही है ताकि किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो। आयोग ने भरोसा दिलाया कि पीड़ित छात्राओं को पूर्ण न्याय मिलेगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जमीनी जांच के लिए गठित की गई विशेष समिति https://deshharpal.com/
इस हाई-प्रोफाइल केस की गहराई से जांच के लिए महिला आयोग ने एक विशेष समिति बनाई है, जिसमें झारखंड की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर, हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता निर्मला नायक समेत अन्य सदस्य शामिल हैं। यह समिति भोपाल पहुंचकर जमीनी सच्चाई का आकलन कर रही है।