शहर के मोतीनगर चौराहे से तीनबत्ती तिराहे तक के मार्ग को वन-वे घोषित करने के फैसले का विरोध अब तेज हो गया है। इस मार्ग पर तीन और चार पहिया वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, जिससे सबसे ज्यादा परेशानी ऑटो चालकों और आम लोगों को हो रही है।
कलेक्टर ऑफिस पहुंचे ऑटो चालक, सौंपा ज्ञापन
शुक्रवार को ऑटो चालकों ने रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि वन-वे लागू होने के बाद अब उन्हें बड़े बाजार वाले इलाके में एंट्री नहीं मिल रही, जिससे न केवल उनकी आमदनी प्रभावित हो रही है बल्कि मरीजों, बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पैदल चलने को मजबूर लोग, बंद हो रही ऑटो चालकों की कमाई
ज्ञापन में बताया गया कि लोग अब तीनबत्ती तक पैदल चलने को मजबूर हैं क्योंकि ऑटो अंदर तक नहीं जा पा रहे। बुजुर्गों और बीमारों के लिए यह बेहद मुश्किल हो गया है। वहीं ऑटो चालकों की रोज़ी-रोटी पर भी असर पड़ रहा है।
आंदोलन की चेतावनी, विधायक से करेंगे मुलाकात
ऑटो यूनियन के अध्यक्ष पप्पू तिवारी ने कहा,
“वन-वे नियम में ऑटो और ई-रिक्शा को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। इससे न केवल हमारी कमाई बंद हो रही है बल्कि आम लोग भी बेहद परेशान हैं। हमने प्रशासन को ज्ञापन सौंप दिया है और अब शनिवार को सागर विधायक शैलेंद्र जैन से भी मुलाकात करेंगे। अगर फिर भी हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो हमें मजबूरन हड़ताल करनी पड़ेगी।”
जनता भी कर रही समर्थन(deshharpal.com)
इस मुद्दे को लेकर सिर्फ ऑटो चालक ही नहीं, आम जनता भी चिंता जता रही है। स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों का कहना है कि इस इलाके में ऑटो की सुविधा न होने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। बाजारों तक पहुंचने के लिए अब लंबा पैदल सफर करना पड़ रहा है।