मध्य प्रदेश की राजधानी Bhopal से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसे लोग “अजमेर 92” जैसे कांड की पुनरावृत्ति बता रहे हैं। यहां एक निजी कॉलेज में पढ़ने वाले कुछ युवकों ने मिलकर हिंदू छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाया, फिर उनका यौन शोषण कर वीडियो बनाए और बाद में उन्हीं वीडियो के ज़रिए उन्हें ब्लैकमेल किया गया।
घटना का खुलासा: एक साहसी लड़की की शिकायत से फूटा मामला
मामला तब सामने आया जब एक छात्रा ने हिम्मत दिखाते हुए बागसेवनिया पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पीड़िता के बयान के अनुसार, कुछ युवकों ने हिंदू नामों का इस्तेमाल कर दोस्ती की और फिर संबंध बनाकर वीडियो बना लिए। इसके बाद वे वीडियो दिखाकर न केवल उसे ब्लैकमेल करते रहे, बल्कि उससे कहा गया कि वह अपनी अन्य सहेलियों को भी उनके संपर्क में लाए।
इस एक शिकायत के बाद अब तक चार छात्राएं आगे आ चुकी हैं, जिन्होंने अपनी आपबीती पुलिस को बताई है।
मुख्य आरोपी: फरहान, साहिल और अली
जांच में जिन युवकों के नाम सामने आए हैं, उनमें प्रमुख हैं फरहान खान, साहिल और अली। इनपर आरोप है कि ये सभी मिलकर सुनियोजित तरीके से हिंदू छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाते थे, फिर उनका शारीरिक शोषण करते, वीडियो बनाते और उन्हें ब्लैकमेल कर आगे अन्य लड़कियों को लाने का दबाव बनाते थे।
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि पीड़िताओं पर धर्मांतरण का भी दबाव डाला गया।
अजमेर गैंगरेप 1992’ की याद दिलाता मामला
यह पूरा मामला साल 1992 में राजस्थान के अजमेर में हुए चर्चित गैंगरेप कांड की याद दिलाता है, जहां सैकड़ों लड़कियों को फंसाकर उनका यौन शोषण किया गया था और ब्लैकमेल किया गया था। भोपाल की यह घटना भी बिल्कुल उसी तरह की भयावह योजना का हिस्सा लग रही है।
कानूनी कार्रवाई और प्रशासनिक रुख
भोपाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 376 (दुष्कर्म), 354 (शोषण), 506 (धमकी), IT एक्ट और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की साइबर सेल भी इस मामले की छानबीन में जुट गई है, ताकि वीडियो और डिजिटल साक्ष्यों को समय रहते सुरक्षित किया जा सके।
मध्य प्रदेश सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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