Canada Election 2025: Mark Carney की Liberal Party जीती, Jagmeet Singh हारे, दिया इस्तीफा
ओटावा: कनाडा में हुए आम चुनावों में मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने एक बार फिर सत्ता में वापसी की है। हालांकि, नेशनल ब्रॉडकास्टर CBC की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी को बहुमत नहीं मिल सका। इस चुनाव में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह को बड़ा झटका लगा है। वे अपनी सीट नहीं बचा सके और हार के तुरंत बाद इस्तीफा भी दे दिया।Jagmeet Singh को मिली करारी हार
Jagmeet Singh को मिली करारी हार
ब्रिटिश कोलंबिया की बर्नाबी सेंट्रल सीट से खालिस्तान समर्थक माने जाने वाले जगमीत सिंह को लिबरल उम्मीदवार वेड चांग ने हरा दिया। सिंह को सिर्फ 27% वोट मिले, जबकि चांग ने 40% से ज्यादा वोट हासिल किए। NDP को इस चुनाव में वोट शेयर और सीटों दोनों में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। पार्टी अब नेशनल पार्टी का दर्जा भी खो सकती है क्योंकि उसे सिर्फ 12 सीटों की जरूरत थी, जो फिलहाल मुश्किल दिख रही है।
कार्नी बोले – ट्रम्प हमें तोड़ना चाहते हैं
चुनावी रुझानों में बढ़त मिलने के बाद मार्क कार्नी ने पार्टी समर्थकों को संबोधित किया और कहा –
“अमेरिका हमारी जमीन, संसाधन और पानी चाहता है। ट्रम्प हमें तोड़ना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि वो ट्रम्प से आगामी बातचीत में कनाडा के हितों की पूरी मजबूती से रक्षा करेंगे और देश के विकास के लिए अन्य विकल्पों पर भी काम करेंगे। चुनाव क्यों हुए समय से पहले?
दरअसल, कनाडा में अगला आम चुनाव अक्टूबर 2025 में होना था। लेकिन प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पिछले महीने संसद भंग कर नए चुनाव का ऐलान कर दिया। उनका कहना था कि ट्रम्प की आक्रामक नीतियों से निपटने के लिए उन्हें जनमत की मजबूती चाहिए।
जस्टिन ट्रूडो ने छोड़ा था पद
कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस साल की शुरुआत में व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद लिबरल पार्टी ने मार्क कार्नी को नया नेता चुना। सीटों का अनुमान और अंतिम नतीजे
मेनस्ट्रीट रिसर्च के मुताबिक लिबरल पार्टी को करीब 189 सीटें मिलने का अनुमान है, जिससे वो सरकार तो बना सकती है लेकिन बहुमत से कुछ दूर रह जाएगी। आधिकारिक परिणाम 30 अप्रैल या 1 मई तक घोषित होंगे।
निष्कर्ष:
यह चुनाव सिर्फ एक राजनीतिक मुकाबला नहीं बल्कि अमेरिका-कनाडा रिश्तों की नई दिशा तय करने वाला मोड़ है। जहां एक ओर मार्क कार्नी ट्रम्प के खिलाफ डटे नजर आए, वहीं जगमीत सिंह की हार ने NDP की सियासी पकड़ पर सवाल खड़े कर दिए हैं।