छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में माओवाद के खिलाफ चलाए जा रहे सबसे बड़े ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 21 मई 2025 को अबूझमाड़ क्षेत्र में हुई मुठभेड़ (Encounter) में भारत का सबसे वांछित नक्सली (Most Wanted Naxal) कमांडर नंबाला केशव राव उर्फ बसवराज (Nambala Keshav Rao alias Basavaraj) मारा गया। इस कार्रवाई में कुल 27 माओवादी ढेर किए गए, जिनमें 12 महिलाएं भी शामिल थीं।
कौन था बसवराज?
बसवराज 2018 से भाकपा (माओवादी) का महासचिव था और संगठन की सैन्य रणनीति का प्रमुख मास्टरमाइंड माना जाता था। उसके सिर पर ₹1.5 करोड़ का इनाम घोषित था। वह 2010 के दंतेवाड़ा हमले और 2013 के झीरम घाटी नरसंहार जैसे कई बड़े नक्सली हमलों का प्रमुख साजिशकर्ता रहा है।
ऑपरेशन की सफलता
इस मुठभेड़( Encounter) में मारे गए 27 माओवादियों पर कुल ₹12.3 करोड़ का इनाम था। बसवराज के साथ मारे गए अधिकांश उग्रवादी उसकी सुरक्षा में तैनात थे। यह कार्रवाई केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त योजना के तहत की गई, जो 2026 तक नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे का लक्ष्य लेकर चल रही है।
मुख्यमंत्री का बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऑपरेशन को माओवाद के खिलाफ “अंतिम कील” करार दिया। उन्होंने कहा, “यह नक्सलवाद पर निर्णायक प्रहार है। राज्य में शांति और विकास की राह अब और मजबूत होगी।”
आगे की रणनीति
हालांकि, माओवादी संगठन के अन्य शीर्ष नेता जैसे माडवी हिडमा अभी भी फरार हैं। सुरक्षा बल अब शेष नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए तलाशी अभियान चला रहे हैं।
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