22 April se 27 April ke vrat aur tyohar
🌍 22 अप्रैल 2025 (मंगलवार) – पृथ्वी दिवस
- महत्व:यह दिन पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी की रक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता हैl
- कैसे मनाएं: -पेड़ लगाएं और हरियाली बढ़ाने में योगदान दें,प्लास्टिक का उपयोग कम करें और पुनर्चक्रण को बढ़ावा दें, स्थानीय समुदायों में सफाई अभियान में भाग लें l
🙏 24 अप्रैल 2025 (गुरुवार) – वरुथिनी एकादशी
- धार्मिक महत्व यह एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है, जो पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति के लिए किया जाता ह।
- व्रत विधि: सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प ले।दिनभर उपवास रखें; फलाहार या जल ग्रहण कर सकते है।शाम को भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करे।अगले दिन व्रत का पारण करे।
🕉️ 25 अप्रैल 2025 (शुक्रवार) – प्रदोष व्रत
- *धार्मिक महत्त्व : यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता हैं l
- व्रत विधि:
- दिनभर उपवास रखें और शाम को सूर्यास्त के बाद भगवान शिव की पूजा करं।
- शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र आदि अर्पित करं।
- ”ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करं।
🕉️ 26 अप्रैल 2025 (शनिवार) – मासिक शिवरात्रि
- *धार्मिक महत्व: प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है, जो भगवान शिव की आराधना के लिए महत्वपूर्णहै।
- व्रत विधि:
- दिनभर उपवास रखें और रात्रि में जागरण कें।
- शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें और बेलपत्र अर्पित कें।
- शिव पुराण का पाठ करें और भजन-कीर्तन में भाग ले l
🌑 27 अप्रैल 2025 (रविवार) – वैशाख अमावस्या
- धार्मिक महत् : अमावस्या तिथि पितरों की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण करने के लिए उपयुक्त मानी जात है।
- व्रत विधि : – स्नान के बाद पवित्र नदी में तर्पण रें।गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन और दानदें। ध्यान और साधना के लिए यह दिन उपयुक्त है।
इस सप्ताह के व्रत और त्योहार आध्यात्मिक उन्नति, पर्यावरण संरक्षण और पारिवारिक कल्याण के लिए महत्वपूर्णहं।इन अवसरों पर धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर और समाज सेवा करके आप अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकतेहैं।