भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने ‘Zero Tolerance Policy’ को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखने के लिए एक बड़ा Global Outreach Mission शुरू किया है। इस पहल के तहत देश के विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े 50 सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल 33 देशों में भेजे गए हैं। इसका मकसद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना और वैश्विक समर्थन जुटाना है।
Russia में भारत का प्रतिनिधिमंडल: रणनीतिक साझेदारी पर जोर
डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में रूस पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने वहां के अधिकारियों और थिंक टैंक्स से मुलाकात की। उन्होंने आतंकवाद पर भारत की चिंताओं को साझा किया और रूस के साथ रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की।
UAE में शांति और सहयोग की अपील
शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल ने अबू धाबी में UAE के सहिष्णुता मंत्री शेख नहयान बिन मुबारक अल नहयान से मुलाकात की। भारत ने बताया कि आतंकवाद केवल भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक शांति के लिए खतरा है, और इस पर मिलकर कार्रवाई की आवश्यकता है।
Japan का समर्थन: आतंक के खिलाफ भारत के साथ
जेडीयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में जापान पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल, वाम दलों के सांसद शामिल थे। जापान के विदेश मंत्री टेकेशी इवाया ने भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की पुष्टि की और वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता बताई।
सर्वदलीय समर्थन: विपक्ष और सत्ता पक्ष एक साथ
भारत सरकार ने इस Global Outreach Mission वैश्विक अभियान में विपक्ष और सत्ता दोनों पक्षों को शामिल किया है। शशि थरूर, सुप्रिया सुले जैसे वरिष्ठ विपक्षी नेताओं को भी प्रतिनिधिमंडलों में महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है।
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