कोलकाता/मुर्शिदाबाद | देश हरपल न्यूज़
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में लगातार भड़क रही सांप्रदायिक हिंसा पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार को हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का आदेश दिया है। यह आदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए जारी किया गया है। गौरतलब है कि वक्फ कानून के विरोध में राज्य में 10 अप्रैल से हिंसा की चिंगारी भड़की थी, जो अब तक थमी नहीं है।
शनिवार को एक बार फिर जिले के शमशेरगंज ब्लॉक के धुलियान इलाके में हिंसा भड़क उठी। इस बार मामला और भी भयावह रहा, जब एक हिंसक भीड़ ने हरगोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी। बताया गया कि दोनों मूर्तिकार थे और हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे। इस हमले में एक अन्य व्यक्ति को भी गोली लगी है, जो गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले, 11 अप्रैल को भी धुलियान में हिंसा हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ था। शनिवार को इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इस तरह अब तक मुर्शिदाबाद हिंसा में कुल तीन लोगों की जान जा चुकी है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने हिंसाग्रस्त इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। राज्य सरकार की ओर से ADG (लॉ एंड ऑर्डर) जावेद शमीम ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आज की घटना की विस्तृत जानकारी अभी सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई, हालांकि BSF की ओर से गोली चलने की आशंका है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि घायल व्यक्ति अब खतरे से बाहर है।
इस पूरे मामले में अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुसार, केंद्र सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह जल्द ही अर्धसैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित करे ताकि स्थिति पर काबू पाया जा सके और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
राज्य में लगातार हो रही हिंसा से जनमानस में भय का माहौल है। विपक्ष जहां राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था में विफलता का आरोप लगा रहा है, वहीं प्रशासन का कहना है कि हालात पर काबू पाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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